उत्तरप्रदेश के गौत्तमबुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा से 15 कि.मी. दूर बिसरख गांव है



लंकापति रावण का जन्म बिसरख गांव में हुआ था



इसी कारण यहां पर न दशहरा मनाया जाता है न रावण दहन किया जाता है



कई साल पहले जब यहां दशहरा मनाया था तब गांव में कई लोगों की मृत्यु हो गई थी



उसके बाद गांव के लोगों ने मंत्रोच्चारण के साथ रावण की पूजा की तब गांव में शांति बनी



इसीलिए इस गांव में कभी दशहरा नहीं मनाया जाता है



रावण के बाद यहां सुर्पणखा, कुंभकरण और विभीषण का जन्म हुआ था



जब पूरे देश में श्री राम के जन्म की खुशी मन रही होती है



बिसरख गांव में रावण की मौत का मातम मनाया जाता है