गरुड़ पुराण में जन्म से लेकर मृत्यु तक कई रहस्य बताए
गए हैं.


सनातन धर्म में मांसाहार को तामसिक भोजन कहा गया है.



गरुड़ पुराण के अनुसार मांसाहार भोजन खाने से
बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है.


गरुड़ पुराण में मांस खाने वाले को पापी बताया गया है.
क्योंकि ये हिंसा है और जीव हिंसा पाप है.


गरुड़ पुराण में बताया है कि मांस खाने वालों को नरक में
जगह मिलती है, उन्हें वहां कई तरह के कष्ट झेलने पड़ते हैं.


गरुड़ पुराण में मांस खाने के बजाय शाकाहारी भोजन करने
की सलाह दी गई है.


गीता में भी भगवान् वराह कहते हैं कि जो व्यक्ति पशु
का भक्षण करता है, मेरे लिए उससे बड़ा अपराधी कोई नहीं है.


वेदों में भी पशु हत्या पाप मानी गई है.