एकादशी व्रत करने वालों के लिए मोक्ष के द्वार
खुल जाते हैं.


व्रतों में एकादशी को सर्व श्रेष्ठ व्रत माना गया है.
इसमें विष्णु जी की पूजा होती है.


पहली बार एकादशी व्रत मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष
की उत्पन्ना एकादशी से शुरू करना चाहिए.


उत्पन्ना एकादशी के दिन ही विष्णु जी के शरीर से देवी
एकादशी प्रकट हुईं थी और ये व्रत शुरू हुआ था.


इस साल उत्पन्ना एकादशी 26 नवंबर 2024.



एकादशी का व्रत 24 घंटे के लिए किया जाता है. इसमें
अन्न ग्रहण नहीं करते हैं.


एकादशी व्रत करने वालों को एक दिन पहले रात को
हल्का भोजन करना चाहिए.


सूर्योदय से व्रत का संकल्प लेकर एकादशी व्रत शुरू करें
फिर पूजा के बाद रात्रि जागरण करना चाहिए.