आजादी का कोई अर्थ नहीं अगर इसमें गलतियां करने
की आजादी शामिन न हो.


डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है.



जिएं ऐसे जैसे आपको कल मरना है और सीखें ऐसे
जैसे आपको हमेशा जीवित रहना है.


इंसान अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है.
जैसा वो सोचता है, वैसा ही बन जाता है.


सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है
वो आत्मनिर्भर है.


प्रसन्नता एक मात्र ऐसा इत्र है, जिसे दूसरों पर छिड़का
जाए तो कुछ बूंदें हम पर भी गिरती है.


बेवजह बोलने से अच्छा मौन रहना है. मौन धारण करेंगे
तो धीरे-धीरे दुनिया आपको सुनने लगेगी.


जो लोग समय बचाते हैं, वो धन बचाते हैं. बचाया हुआ
धन हमारे कमाए हुए धन के बराबर होता है.