शंख की उत्पत्ति समुद्र से हुई है, समुद्र मंथन में 14 रत्नों में शंख भी निकलता था. यही वजह है कि इस पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा है. क्योंकि मां लक्ष्मी भी समुद्र से प्रकट हुई थी. धार्मिक अनुष्ठान में भी शंख जरुर बजाया जाता है. इसलिए लोग घर में शंख रखते हैं. शंख रखने मात्र से घर में पॉजिटिव एनर्जी मिलती है, नेगेटिव एनर्जी दूर होती है. नियमों के अनुसार घर में सिर्फ एक ही शंख रखना चाहिए, चूंकि शंख ऊर्जा का शक्तिशाली प्रतीक है. ऐसे में एक साथ दो शंख रखे जाते हैं तो दोनों की ऊर्जाएं आपस में टकराती हैं और नकारात्मक प्रभाव डालती हैं. घर में कलह, भ्रम और यहां तक कि वित्तीय अस्थिरता भी हो सकती है. शंख रखने के लिए ईशान कोण दिशा सबसे शुभ मानी गई है