अरविंद केजरीवाल ने पुजारी ग्रंथी योजना का ऐलान किया है. केजरीवाल के इस ऐलान के बाद चारों ओर पुजारी और ग्रंथी चर्चा में हैं. क्या आप जानते हैं कि पुजारी और ग्रंथी कौन होते हैं. पुजारी और ग्रंथी दोनों धार्मिक कर्मकांडों के विद्वान माने जाते हैं. मंदिर में पूजा-पाठ कराने वाले को पुरोहित या पुजारी कहते हैं. मंदिर के पुजारी मुख्य रूप से ब्राह्मण वर्ण से आते हैं. वहीं गुरुद्वारे में धार्मिक व प्रबंधकीय कार्य संभालने वाले को ग्रंथी कहते हैं. ग्रंथियों का उद्देश्य सिख धार्मिक ग्रंथों की सेवा और प्रचार-प्रसार करना है.