हिंदू धर्म में शादी को बेहद पवित्र और अटूट बंधन माना जाता है.
इसलिए पूरे विधि विधान से विवाह की रस्में निभाई जाती है.


विवाह में सबसे पहले गणेश पूजन की परंपरा निभाते हैं.
क्योंकि शुभ कार्य से पहले गणपति की पूजा अनिवार्य है.


गणेश पूजा में दूल्हा-दुल्हन गणपति जी का आशीर्वाद
लेकर नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं.


विवाह में गणेश पूजन मंगल कामना का प्रतीक माना गया है.



माना जाता है कि इससे शादी की रस्मों में कोई विघ्न नहीं होता
और बप्पा की कृपा से रस्में मंगलमय तरीके से पूरी होती है.


देवउठनी एकादशी के बाद 12 नवंबर से शादी का सीजन
एक बार फिर शुरू हो गया है.


इस साल नवंबर और दिसंबर 2024 में लगभग 19 दिन विवाह
के शुभ मुहूर्त है.


हिंदू मान्यता अनुसार विवाह की रस्मों में हल्दी, मेहंदी, मंडप पूजा
सात फेरे आदि रस्में बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं.