महिषासुर एक असुर था, जो रंभासुर का बेदा था और अग्रिनदेव के आशीर्वाद से उसका जन्म हुआ था



महिषासुर ने तीनों लोकों में आतंक मचाया था



उसने सभी देवताओं पर बहुत अत्याचार किए थे



देवताओं ने महिषासुर से परेशान होकर त्रिदेवों से मदद मांगी



फिर त्रिदेवों के शरीर से एक शक्ति पुंज निकला और उसने मां दुर्गा का रूप धारण कर लिया



सभी देवताओं ने मां दुर्गा को अपनी शक्ति और अस्त्र-शस्त्र दे दिए



देवी दुर्गा और महिषासुर के बीच नौ दिनों तक युद्ध चला था



इसके बाद मां दुर्गा ने दसवें दिन महिषासुर का वध किया



महिषासुर के वध के बाद मां दुर्गा का नाम मर्दिनी पड़ा