इस्लाम धर्म के अनुसार अच्छे कर्म करने वालों को मरने के बाद जन्नत नसीब होती है.



जन्नत को अल्लाह उन बंदों के लिए तैयार करते हैं जो अल्लाह की आज्ञाओं का पालन करते हैं.



कुरआन में जन्नत का जिक्र कई बार किया गया है, जो धार्मिक लोगों का अंतिम निवास होता है.



लेकिन जन्नत में आखिर कौन लोग जाते हैं. इसके लिए क्या करना होता है?



जो जीवन में सभी कर्म निभाते हैं, अच्छे कर्म करते हैं और किसी की बुराई नहीं करते.



जरूरतमंदों और अनाथ को भोजन कराने वाले या उनकी मदद करने वाले.



गुस्सै पर काबू रखने वाले, सच बोलने वाले और दूसरों को माफ करने वाले भी जन्नत जाते हैं.



रोजा रखने वाले, जकात निकालने वाले और हज करने वाले भी जन्नत जाते हैं.



खुदा की खिदमत में जिंदगी लगाने वाले अल्ला के बनाए जन्नत में शरण पाते हैं.