सूर्य का राशि परिवर्तन दिन संक्रांति कहलाता है. संक्रांति के
दिन सूर्य को अर्घ्य देना,पूजा, मंत्र जाप करने से अमोघ फल मिलता है.


सालभर की 12 संक्रांति में कर्क संक्रांति बहुत महत्वपूर्ण
होती है, क्योंकि इस दिन सूर्य दक्षिणायन होते हैं.


कर्क संक्रांति 16 जुलाई 2024 को है. इस दिन सूर्य
कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. सूर्य 6 माह तक दक्षिणायन रहेंगे.


कर्क संक्रांति का पुण्य काल सुबह 05.34 से सुबह 11.29
तक है, महापुण्य काल सुबह 09.11 से सुबह 11.29 तक.


मान्यता है कि कर्क संक्रांति पर नदी स्नान, दान और पितरों
का श्राद्ध कर्म करने से कष्ट दूर होते है,सुख-समृद्धि आती है.


इस दिन नारंगी रंग के वस्त्र पहनें, सूर्य को जल में लाल फूल
लाल चंदन, गुड़ डालकर अर्घ्य दें.कुंडली में सूर्य मजबूत होता है.


सूर्य पूजा के समय आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करना चाहिए,
इससे सेहत अच्छी रहती है.


कर्क संक्रांति पर गुड़, तिल, तांबा, अन्न, धन, वस्त्र आदि
का दान करें, मान्यता है इससे भाग्य सूर्य के समान चमकता है.