स्नान के लिए कार्तिक पूर्णिमा का दिन बहुत शुभ होता है.

कार्तिक पूर्णिमा पर पवित्र नदी में स्नान का महत्व है.

नदी में स्नान संभव न हो तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें.

इस दिन किए स्नान से सौ अश्वमेध के समान फल मिलता है.

कार्तिक स्नान के लिए शास्त्रों में समय बताया गया है.

शुभ समय में ही कार्तिक स्नान करने से इसका फल मिलता है.

शास्त्र के अनुसार कार्तिक स्नान सुबह सूर्योदय से पहले करना चाहिए.

15 नवंबर को स्नान के लिए सुबह 4:48 से 5:51 तक का समय है.

स्नान के समय सभी तीर्थों का ध्यान करें फिर सूर्य को अर्घ्य दें.