लक्ष्मी जी को धन-संपदा की देवी कहा जाता है.

जिस स्थान से वह चली जाए वहां धन-वैभव भी हीन हो जाता है.

जब मां लक्ष्मी स्वर्ग छोड़कर चली गई तो स्वर्ग भी ऐसा ही हो गया था.

एक बार देवराज इंद्र ने दुर्वासा ऋषि के दिव्य पुष्प का अपमान किया.

दुर्वासा ऋषि ने इंद्र देव को श्राप दिया कि तुम श्रीहीन हो जाओगे.

बता दें कि श्री का अर्थ लक्ष्मी है और श्रीहीन का अर्थ लक्ष्मीविहीन.

इसी श्राप के कारण मां लक्ष्मी ने तुरंत स्वर्ग छोड़ दिया.

लेकिन समुद्र मंथन के बाद लक्ष्मी जी फिर से स्वर्ग लौट आई.