नवरात्रि का चौथा दिन मां कुष्मांडा को समर्पित है



जानते हैं मां कुष्मांडा के प्रसिद्ध मंदिर के बारे में



कानपुर के घाटमपुर में स्थित है मां कुष्मांडा का मंदिर



यह एशिया के सबसे बड़े मां कुष्मांडा के मंदिर और सिद्ध पीठ में से एक है



मान्यता है कि जो लोग आंखों के रोग से ग्रसित हैं



उन्हें माता की मूर्ति से रिसता हुआ नीर अपनी आंखों पर लगाना चाहिए



उससे उन्हें आंखों से जुड़े रोग से मुक्ति मिलती है



आंखों के रोग ठीक होने पर लोग माता के चरणों में सोने और चांदी की आंखों को भी चढ़ाते हैं



इतना ही नहीं शारीरिक रोगों से मुक्ति पाने के लिए लोग इस मंदिर पर आते हैं