महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है. 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होगा. महाकुंभ अब आस्था के केंद्र के साथ ही वैश्विक शोध का विषय बन चुका है. देश-दुनिया के बड़े और प्रतिष्ठित संस्थान महाकुंभ के विभिन्न पहलुओं पर शोध करेंगे. शोधकर्ताओं में हार्वर्ड विश्वविद्यालय, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, एम्स, आइआइएम, आइआइटी, जेएनयू, डीयू और लखनऊ विश्वविद्यालय जैसे संस्थान शामिल हैं. शोध में महाकुंभ के विभिन्न विषयों पर गहन अध्ययन किया जाएगा. शोध के परिणाम से महाकुंभ के आयोजन को और बेहतर किया जाएगा. 2017 में यूनेस्को ने महाकुंभ को अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर का दर्जा दिया गया.