'पेशवाई' का कुंभ से क्या नाता है प्रयागराज में महाकुंभ की रौनक शूरू हो गई है यह कुंभ मेला लगभग 45 दिनों तक चलता हैं कुंभ में शाही स्नान और साधु-संतों के आखडे आते हैं जिन्हें देखने के लिए भारी संख्या में लोग देश-विदेश से आते हैं और भारतीय संस्कृति से रूबरू होते हैं महाकुंभ हिंदू धर्म की आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है कुंभ में अखाड़ों की पेशवाई की चर्चा सबसे अधिक होती है, जो एक प्रकार से शक्ति का प्रतीक भी है पेशवाई यानी राजसी शानो-शौकत के साथ साधु-संतों के कुंभ में प्रवेश करना होता है साधु-संत शाही रूप में राजा महाराजों की तरह हाथी, घोड़े और रथों से निकलते है और श्रद्धालु उनका मार्ग में स्वागत व सम्मान करते हैं