मकर संक्रांति का पर्व साल 2025 में 14 जनवरी को मनाया जाएगा.



मकर संक्रांति का पर्व तब मनाया जाता है जब धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करता है, तो इसे सूर्य का संक्रमण काल कहा जाता है.



जानते हैं मकर संक्रांति में 'मकर' शब्द के अर्थ के बारे में



मकर संक्रांति में 'मकर' शब्द का अर्थ है 'मकर राशि' है.



मकर संक्रांति, सूर्य के दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध की यात्रा का प्रतीक है.



इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है.



यह त्योहार चंद्र कैलेंडर के बजाय सौर कैलेंडर पर आधारित है.



मकर संक्रांति को 'पतंग महोत्सव' भी कहा जाता है.



इस दिन लोग एक-दूसरे को तिल और तिल से बनी मिठाइयां देते हैं.



इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, दान, पूजा आदि करने से पुण्य हज़ार गुना हो जाता है.



मकर संक्रांति के दिन वसंत ऋतु की शुरुआत होती है.



मकर संक्रांति के दिन खरमास खत्म होता है और फिर से मांगलिक कार्यों की शुरुआत होती है.