तीनों लोकों में शिव जी को श्रेष्ठ देवता माना गया है,
इनकी आराधना से अधूरी इच्छाएं जल्द पूरी हो जाती है.


शिव जी को प्रसन्न करने के लिए मनोकामना अनुसार
विशेष सामग्री से भोलेनाथ का अभिषेक किया जाता है.


मान्यता है कि गाय के दूध से शिवलिंग का जलाभिषेक करने
से वंश वृद्धि होती है.


पार्थिव शिवलिंग (मिट्‌टी से बने) बनाकर पूजा करने से
महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं.


ये भी मान्यता है कि शिवलिंग पर गेहूं एवं धतूरा चढ़ाने
से संतान सुख की प्राप्ति होती है.


शिवजी का अभिषेक करने के दौरान ऊं नम: शिवाय:
मंत्र का जाप 108 बार करें.


शिवजी की पूजा हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुख
कर के ही करें. तभी वो पूजा स्वीकार करते हैं.


संभव हो तो दूध का दान भी करें, इससे फलस्वरूप
घर में जल्द बच्चे की किलकारी गूंजती है.