अन्य धर्मों की तरह मुस्लिम धर्म में भी कई जातियां होती हैं.



इसी तरह कुछ मुसलमान नाम के पीछे मुल्ला भी लगाते हैं.



आमतौर पर इस्लाम धर्म का ज्ञान रखने वाले मुसलमान मुल्ला लगाते हैं.



मुल्ला कोई आधिकारिक उपाधि नहीं बल्कि कई मुसलमानों के लिए एक पारिवारिक सरनेम है.



जानकारों का भी यही मानना है कि ‘मुल्ला’ कोई आधिकारिक उपाधि नहीं है.



जाति के अनुसार मुसलमान नाम के पीछे खान, पठान, अंसारी, कुरैशी, शेख आदि लगाते हैं.



लेकिन सुन्नी और बोहरी मुसलमानों में मुल्ला सरनेम सामान्य है.



इतिहास पन्नों में इस शब्द से आरंभ होने
वाले कई लोकप्रिय नाम मिल जाएंगे


इस्लाम धर्म के जानकारों के अनुसार मुल्ला शब्द का
प्रयोग संबोधन के लिए अधिक किया जाता है.


वैसे मुल्ला शब्द फारसी भाषा का है, जो अरबी शब्द मावला
से लिया गया है. अरबी में इसका अर्थ स्वामी व सरंक्षक है.