ज्येष्ठ शुक्ल की एकादशी को निर्जला एकादशी व्रत कहा जाता है.

मान्यता है कि निर्जला एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु की कृपा मिलती है.

साथ ही इस पूजा करने के धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष और चारों पुरुषार्थ की प्राप्ति होती है.

मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है जिससे सुख-समृद्धि, उन्नति, धन आदि का अभाव नहीं रहता.

इस व्रत को मनुष्य के साथ देवता, दानव, नाग, यक्ष, गंधर्व और नवग्रह आदि भी रखते हैं.

इस साल निर्जला एकादशी का व्रत आज 18 जून को रखा जाएगा.

निर्जला एकादशी के दिन आज शिव और सिद्ध समेत 6 शुभ योग रहेंगे.

आज शिव, सिद्ध, त्रिपुष्कर, त्रिग्रही, बुधादित्य, शुक्रादित्य जैसे योग का शुभ संयोग रहेगा.

इस शुभ योगों में व्रत रखने से निर्जला एकादशी का महत्व और अधिक बढ़ जाएगा.