पोंगल, तमिल हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है. यह त्योहार हर साल 14-15 जनवरी को मनाया जाता है.



पोंगल का अर्थ है उबालना, और इस दिन चावल को दूध में उबाला जाता है.



उबले हुए चावल को पहले देवी-देवताओं को, फिर भगवान को, फिर गायों को, और फिर परिवार के सदस्यों को चढ़ाया जाता है.



पोंगल के दिन गायों की विशेष पूजा की जाती है, और उनके सींगों को रंगा जाता है.



घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाना शुभ माना जाता है, और लोग नए कपड़े पहनते हैं.



पोंगल का त्योहार चार दिन मनाया जाता है. पहला दिन भोगी पोंगल - इस दिन लोग अपने पुराने और अनावश्यक सामान को जलाते हैं और नए साल की शुरुआत करते हैं.



दूसरा दिन: सूर्य पोंगल - इस दिन सूर्य देवता की पूजा की जाती है और लोग अपने घरों में पोंगल बनाते हैं.



तीसरा दिन: मट्टू पोंगल - इस दिन गायों और अन्य पशुओं की पूजा की जाती है और उन्हें सजाया जाता है.



चौथा दिन: कैनियम पोंगल - इस दिन लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलते हैं और नए साल की शुभकामनाएं देते हैं .



पोंगल का त्योहार साल 2025 में 13 जनवरी से 16 जनवरी तक मनाया जाएगा.