हिंदू धर्म में ज्यादातर पूजा, मांगलिक काम दिन में
करना शुभ माना जाता है.


हवन, यज्ञ यहां तक की सभी संस्कार सूरज की
रोशनी में संपन्न होते हैं


लेकिन शादी रात में करना अच्छा माना गया है. क्या
आप जानते हैं ऐसा क्यों ?


ऐसी मान्यता है कि शादी के वक्त फेरे यदि ध्रुव तारे को साक्षी
मानकर किए जाते हैं तो वो रिश्ता जन्म जन्मांतर तक रहता है.


कहते हैं नवविवाहित दंपत्ति को धुव्र तारा दिखाने के पीछे
मान्यता है कि इनका रिश्ता, सुहाग भी इसकी तरह स्थिर रहे.


पति-पत्नी दोनों ही ध्रुव तारे की तरह अक्षय और मधुर
संबंधों का आशीर्वाद पाएं.


हिंदू धर्म में ध्रुव तारे का संबंध शुक्र से भी बताया गया है,
शुक्र विवाह, वैवाहिक जीवन का कारक ग्रह है.


शुक्र की कृपा से शादीशुदा जीवन में समस्त सुख की
प्राप्ति होती है.