शनि किस उम्र में अच्छे परिणाम देता है?



36 एवं 42 वर्ष की उम्र में शनि अति बलवान होकर शुभ फल प्रदान करते है



उस समय शनि वक्री हो तो शनिभाव बलवान होने के कारण शुभ फल प्रदान करते है



सूर्य देव के पूत्र है शनी देव सूर्य सभी को तेज प्रदान करते हैं



परंतु उनके पुत्र शनि का रूप श्याम वर्ण बताया गया है



शनि की महादशा एवं अंतर्दशा लाभदायक होती है



शनि कुंडली के भाव 3, 6,10, या 11 में शुभ प्रभाव प्रदान करता है



इस अवधि में शनि की महादशा एवं अंतर्दशा लाभदायक होती है



जब गोचर में शनि बलवान होता है तो इससे संबंधित लोगों के अच्छे परिणाम मिलते है



शनि सूर्य के साथ 15 अंश से कम रहने पर अधिक बलवान होता है