शनि को कर्म का देवता कहते हैं, क्योंकि कर्म के अनुसार फल देते हैं.

कुंडली में शनि के अशुभ होने पर भाग्य का साथ नहीं मिलता.

वहीं शनि अगर शुभ हो तो रंक को भी राजा बना देते हैं.

लेकिन शनि मजबूत है या कमजोर कैसे पता चलेगा?

तुला राशि में शनि को उच्च यानी बलवान माना जाता है.

शनि शुभ हो तो व्यक्ति स्वस्थ रहता है, काम में सफलता मिलती है.

शनि के अशुभ होने पर व्यक्ति उदास और अलग महसूस करता है.

आर्थिक तंगी, सफलता न मिलता और

खराब सेहत भी

कुंडली में शनि के अशुभ होने स्थिति हो सकती है.