शनि देव की शक्ति और दृष्टि से तो सभी परिचित हैं.

शनि देव की दृष्टि से देवता से लेकर मानव तक नहीं सके.

शनि की स्थिति जानने के लिए जन्म कुंडली देखी जाती है.

लेकिन कुंडली न होने पर हाथ देखकर भी परिणाम जाने जा सकते हैं.

हाथ ही मध्यमा ऊंगली शनि का प्रतिनिधित्व करती है.

हाथ की मध्यमा ऊंगली का सीधी हो तो शुभ मानी जाती है.

बता दें हाथ की हाथ की सबसे बड़ी ऊंगली को मध्यमा कहते हैं.

मध्यमा ऊंगली टेढ़ी होने पर दुर्भाग्य पीछा नहीं छोड़ता.

मध्यमा ऊंगली के ठीक नीचे का स्थान शनि पर्वत कहलाता है.