कर्मफलदाता शनि अलग-अलग भाव में अलग फल प्रदान करते हैं.

आइये जानते हैं किस भाव में शनि देव शुभ फल देते हैं.

कुंडली के लग्न भाव में शनि उच्च हो तो व्यक्ति राजसी जीवन जीता है.

शनि के तीसरे भाव में होने से व्यक्ति सफल बनता है.

कुंडली में शनि के छठे भाव में हो तो शत्रुओं का विजय हासिल होती है.

कुंडली में शनि का सातवें भाव में होना बहुत शुभ होता है.

सातवें भाव में शनि व्यापार में खूब सफलता दिलाते हैं.

नवम भाग्य भाव में शनि हो तो व्यक्ति का भाग्योदय होता है.

दशम भाव में भी शनि अच्छे परिणाम देते हैं.

शनि 12वें भाव में बैठे हों तो भी अच्छे परिणाम मिलते हैं.