शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है. शनिदेव को सूर्यदेव के पुत्र और माता छाया के बेटे माना जाता है. शनिदेव को कर्म का फल देने वाला देवता माना जाता है. शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार का दिन विशेष माना जाता है. शनिदेव के सात वाहक हैं - हाथी, घोड़ा, हिरण, गधा, कुत्ता, भैंसा, और गिद्ध. शनि दोष के निवारण के लिए आपको ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः या ऊँ शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जप करना चाहिए. शनि दोष दूर करने के लिए, शनिवार के दिन शनिदेव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. शनिदेव को सरसों का तेल और काले तिल अर्पित करने चाहिए. शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करना भी शुभ माना जाता है. शनि जयंती के दिन, शनिदेव के एकाक्षरी मंत्र 'ऊँ शं शनैश्चाराय नमः' का सुबह-शाम 108 बार जाप करना चाहिए. शनिवार के दिन आप हनुमान चालीसा का पाठ कर सकते हैं.