30 जून से शनि की वक्री चाल शुरू हुई थी. ये करीब 139 दिन
तक उल्टी दिशा में गति करेंगे.


जब शनि सीधी दिशा में चलना प्रारंभ करते हैं,
तो इसे शनि देव का मार्गी होना कहा जाता है.


15 नवंबर 2024 को रात 07.51 मिनट पर शनि मार्गी होंगे.



शनि के मार्गी होने पर कुंभ, मकर, वृश्चिर और कर्क
राशि वालों को राहत मिलेगी.


इन राशियों पर अभी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है.
वक्री अवस्था में इन्हें कष्टों का सामना करना पड़ सकता है.


शनि को न्यायकर्ता माना गया है. शनि को प्रसन्न करने
के लिए जीवन में सतकर्म करें, दूसरों का अहित न करें.


ईमानदारी, बिना लालच, निस्वार्थ भाव से कार्य करने वालों
को शनि वक्री अवस्था में भी परेशान नहीं करते हैं.


शनिवार के दिन शनि देव पर सरसों का तेल चढ़ाएं और
जरुरतमंदों की अन्न, धन या स्वास्थ सामग्री देकर सहायता करें.