शनि ग्रह सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है.



शनि 29 जून को वक्री हो गए थे, शनि के वक्री या उल्टी चाल चलने के बाद बहुत से कामों को नहीं करना चाहिए.



शनि वक्री के दौरान लोभ और लालच से दूर रहना चाहिए.



किसी का भी अपमान करने से बचना चाहिए.



अपनी वाणी को मधुर रखें और प्यार से बात करें.



असहाय की मदद करने के लिए हमेशा आगे रहना चाहिए और पशुओं की सेवा करनी चाहिए.



बड़ों की सेवा करें, उनका मान रखें.



अगर किसी पर शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या चल रही है तो नया काम शुरु नहीं करना चाहिए.



शनिवार के दिन सुबह के समय पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाए और शाम के समय दीपक जरुर जलाएं.