नवरात्रि का पर्व चल रहा है, शारदीय नवरात्रि के छठे
दिन मां कत्यानी की पूजा की जाती है.


आदि शक्ति का नवदुर्गा स्वरूपों में छठा स्वरूप मां कात्यायनी का है.



मां कात्यायनी ने देवताओं की महिषासुर से रक्षा की थी



मां कात्यायनी की पूजा गौधूली मुहूर्त में करनी चाहिए.



मां कात्यायनी को उनके पसंदीदा मिष्ठानों का भोग लगाना चाहिए.



मां कात्यायनी लाल और पीले रंग के वस्त्रों को धारण करती है.



इस दिन मां को भोग में शहद का भोग लगाना चाहिए.



महिषासुर को युद्ध में मारने के बाद मां ने शहद भरा पान खाया था.



शहद का भोग लगाने से मां प्रसन्न होती है.