भगवान शिव के प्रिय माह सावन की
शुरुआत 22 जुलाई 2024 से हो रही है.


मान्यता है कि सावन में भगवान शिव कैलाश छोड़कर पृथ्वी पर आते हैं.



सावन में भगवान शिव सपरिवार
कनखल के दक्षेश्वर मंदिर में विराजमान होते हैं.


शिवपुराण के अनुसार, हरिद्वार के कनखल
में पार्वती संग शिवजी का विवाह हुआ था.


शिवपुराण में हरिद्वार के कनखल को दक्ष
प्रजापति की राजधानी बताया गया है.


पिता दक्ष प्रजापति के यहां एक बार पार्वती बिना
निमंत्रण के यज्ञ पर चली गईं.


दक्ष ने सभी के सामने शिव के बारे में बुरा भला कहकर अपमानित किया.



पति का अपमान पार्वती सहन न कर सकीं और यज्ञ की
अग्नि में स्वंय को भस्म कर लिया.


शिव को जब पता चला तो वे क्रोधित होकर तांडव करने लगे
और चारों ओर हाहाकार मच गया.


इसके बाद दक्ष प्रजापति ने शिवजी से
अपनी गलती के लिए क्षमा मांगी.


शिव ने उन्हें वचन दिया कि चातुर्मास के पहले माह
सावन में वे कनखल में निवास करेंगे.