पितृ पक्ष की सर्व पितृ अमावस्या पर तर्पण, पिंडदान का
महत्व है, इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है.


किसी कारणवश अगर पितृपक्ष के सभी दिनों में अपने पितरों
का श्राद्ध नहीं कर पाए तो अमावस्या पर कर सकते हैं.


इस साल सर्व पितृ अमावस्या पर 2 अक्टूबर 2024 को
सूर्य ग्रहण भी लग रहा है. ऐसे में तर्पण कब और कैसे होगा.


सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार 2 अक्टूबर 2024 को
रात 09.40 से देर रात 12.18 तक रहेगा.


सूर्य ग्रहण के समय भारत में रात होगी, इसलिए यहां ये ग्रहण
दिखाई नहीं देगा. ऐसे में श्राद्ध कर्म में कोई बाधा नहीं आएगी.


सर्व पिृत अमावस्या पर तर्पण, पिंडदान बिना किसी रुकावट
के कर सकते हैं. श्राद्ध कर्म के लिए दोपहर का समय सही होता है.


अमावस्या पर सभी पितरों के नाम से तर्पण करने से पितृ
प्रसन्न होते हैं. पितृ दोष से मुक्ति भी मिलती है.


सर्व पितृ अमावस्या पर पितरों के नाम अन्न, धन, कपड़े,
जूते-चप्पल आदि का दान करें, इससे पूर्वज की कृपा बरसती है.