महात्मा विदुर महाभारत काल के बुद्धिमान और कुशल व्यक्तियों में एक थे.

विदुर नीति में जीवन के लगभग हर पहलुओं के बारे में बताया गया है.

आइये जानते हैं शत्रु को लेकर क्या कहती है विदुर नीति.

विदुर नीति कहती है, शत्रु को मित्र बनाने की गलती न करे.

शत्रु को क्षमा कर सकते हैं लेकिन मित्र बनाने की भूल न करें.

शत्रु को मित्र बनाना सबसे बड़ी मूर्खता होती है.

विदुर नीति के अनुसार जैसे बिल में रहने वाले चूहे-मेढ़क को सांप खाते हैं

उसी तरह शत्रु के प्रति विरोध न करने वाले राजा को समय खा लेता है.

क्योंकि बिल में रहने वाला अपनी आत्म रक्षा के गुण नहीं सीख पाता.