सोना माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है.



इसे सम्मान और समृद्धि से जोड़ा जाता है.



पैरों में सोना पहनना लक्ष्मी का अपमान माना जाता है.



इसीलिए पैरों में सोना नहीं पहनना चाहिए.



सोना गुरु ग्रह का प्रतीक है और गुरु को कभी चरणों में नहीं पहनना चाहिए.



इसी वजह से गुरु ग्रह के प्रतीक सोने को पैरों में नहीं, दिल में रखा जाता.



विज्ञान की बात करें तो सोना गर्म धातु है जो शरीर में गर्मी बढ़ती है.



शरीर का ऊपरी हिस्सा ठंडक और निचला हिस्सा गर्मी चाहता है,



इसलिए शरीर का तापमान संतुलित रखने के लिए सोना कमर के ऊपर ही पहनना चाहिए.