श्रीकृष्ण को अनेक नामों से जाना जाता है, इन्हीं में
से कान्हा का एक नाम है गोविंदा.


गोविंदा अर्थात इंद्रियों को आनंदित करने वाला.



श्री कृष्ण की आवाज, उनकी बंसुरी की मधुर तान और उनका
ज्ञान सुनकर सब मंत्रमुग्ध हो जाते थे.


यही वजह है कि ग्वाले, गोपियां श्रीकृष्ण को गोविंदा कहकर
बुलाते थे.


जब द्रौपदी का चीर हरण हुआ था तब उन्होंने कान्हा
गोविंदा के नाम से पुकारा था.


द्रौपदी ने अपनी रक्षा करने के लिए इस मंत्र का जाप किया था.
गोविंद पुंडरीकाक्षा, रक्षा सारंनागतम'।


गोविंदा नाम दूसरा का अर्थ है भूमि का रक्षक



महाभारत के शांति पर्व के अनुसार भगवान विष्णु ने पाताल
में डूबी पृथ्वी को फिर से स्थापित किया.


यही वजह है कि देवताओं ने उनकी गोविंदा (भूमि के रक्षक) के रूप में
प्रशंसा की.