सुहाग, संतान प्राप्ति और सुख-सौभाग्य के लिए मंगला गौरी व्रत किया जाता है.

मंगला गौरी व्रत सावन महीने के मंगलवार को रखा जाता है.

आज 13 अगस्त 2024 को सावन का आखिरी मंगला गौरी व्रत है.

बता दें कि मंगला गौरी आदिशक्ति गौरी यानी मां पार्वती का ही नाम है.

नवरात्र में अष्टमी के दिन महागौरी की पूजा होती है. इन्हें अष्टमी देवी कहते हैं.

मंगला गौरी रूप में मां पार्वती भक्तों का मंगल ही मंगल करती हैं.

देवी के इस रूप का संबंध सिंदूरी आभा, मंगल ग्रह और अखंड सौभाग्य से है.

मंगला गौरी सुखी गृहस्थ जीवन, सुहाग और संतान की देवी कहलाती हैं.

इसलिए विवाहित महिलाओं के लिए मंगला गौरी व्रत का अधिक महत्व है.