किन्नरों के भगवान अलग हैं.

किन्नर समाज के लोग अरावन देवता की पूजा करते हैं. किन्नरों के लिए अरावन एक आराध्य देव हैं.

Published by: एबीपी लाइव

अरावन अर्जुन और नाग कन्या उलूपी के पुत्र हैं



किन्नरों को दक्षिण भारत में अरावनी कहा जाता है.



किन्नर अरावनी से एक दिन के लिए विवाह करते हैं,



दूसरे दिन अरावन की मृत्यु के बाद किन्नर विधवा हो जाते हैं.



महाभारत के युद्ध में अरावन के महात्याग के बाद पांडवों को युद्ध में विजय का वरदान प्राप्त हुआ था



इसीलिए महाकाली के विशेष आशीर्वाद से अरावन को किन्नरों का देवता माना गया.



इसी वजह से उस के बाद से किन्नरों के अरावन से विवाह की परंपरा शुरु हुई.