सभी देवताओं में गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता कहा जाता है. यह स्थान गणेश जी ने एक प्रतियोगिता को जीत कर हासिल किया था. एक बार देवताओं में प्रथम पूज्य को लेकर विवाद हुआ भोलेनाथ ने कहा जो इस ब्रह्मांड की परिक्रमा कर सबसे पहले वापिस आएगा सबसे पहले आने वाला प्रथम पूज्य कहलाएगा. इस प्रतियोगिता में कार्तिकेय, सूर्य देव, चंद्र देव के साथ अग्नि देव, जल देवता, पवन देव समेत गणेश जी के साथ इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे थे. जब बाद में सभी देवी-देवता ब्रह्मांड की परिक्रमा कर के वापिस लौटे तो वहां पर पहले से ही गणेश जी मौजूद थे. अपने माता-पिता, शिव-पार्वती जी की गणेश जी ने 7 बार परिक्रमा की, इसी कारण गणेश जी प्रथम पूज्यनीय कहलाए.