क्रिसमस ट्री के बिना 25 दिसंबर पर क्रिसमस का सेलिब्रेशन अधूरा माना जाता है. ईसाई धर्म में, क्रिसमस ट्री मसीह के जन्म और पुनरुत्थान का प्रतिनिधित्व करता है. इस पेड़ को जीसस के जन्म की खुशी मनाने के लिए सजाते हैं, जो जीवन, आशा और ईश्वर के प्रेम का प्रतीक है. कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में क्रिसमस ट्री की परंपरा की शुरुआत जर्मनी (Germany) में हुई थी. क्रिसमस ट्री वास्तव में सदाबहार का पेड़ होते है, इसे सनोबर,ते बालसम या फर भी कहते हैं. क्रिसमस ट्री पर लगाए जाने वाला सितारा बेतलेहम के तारे को दर्शाता है. जिसने तीन बुद्धिमान लोगों (मागी) को यीशु तक पहुंचने का रास्ता दिखाया था. कहा जाता है कि बुरी आत्माओं को दूर रखने और भाग्य को आमंत्रित करने के लिए क्रिसमस ट्री सजाया जाता है