अंतरिक्ष में कोई भी ध्वनि नहीं करती सफर फिर एस्ट्रोनॉट्स बात कैसे करते हैं?



अंतरिक्ष की जानकारी लेने के लिए दुनियाभर के कई देश भेज रहे हैं मिशन



इनमें से सबसे खास है नासा का आर्टेमिस और भारत का गगनयान मिशन



अंतरिक्ष ग्रेविटी न होने की वजह एस्ट्रोनॉट्स को करना पड़ता है कई दिक्कतों का सामना



वैक्यूम होने की वजह से एस्ट्रोनॉट्स एक दूसरे से नहीं कर पाते है बातें



ऐसे में एस्ट्रोनॉट्स स्पेशल तकनीक के सहारे करते है एक दूसरे से बात



रेडियो वेव्स तकनीक के जरिए होती हे एस्ट्रोनॉट्स की एक दूसरे से बात



वायरलेस डिवाइस के जरिए एस्ट्रोनॉट्स को भेजते हैं सिग्नल जो साउंड में जाते हैं बदल



हालांकि स्पेस क्राफ्ट के लिए डिवाइस की नहीं होती है जरूरत



स्पेस क्राफ्ट में हवा होने की वजह से नहीं पड़ता है वैक्यूम का प्रभाव