दारा शिकोह मुगल बादशाह शाहजहां और मुमताज महल का सबसे बड़ा बेटा था

शाहजहां दारा शिकोह को बहुत चाहता था

इसे मुगल वंश का अगला बादशाह बनता देखना चाहता था

दारा शिकोह भी अपने पिता शाहजहां को बहुत पसंद करता था

वह अपने पिता को पूरा सम्मान देता था

दारा शिकोह औरंगजेब का बड़ा भाई था

वह सभी धर्मों में विश्वास रखता था

दारा इस्लाम और हिंदू मजहब को बराबर का दर्जा देता था

वह बनारस में रहकर संस्कृत का ज्ञान लिया और किताब मज्म उल् बह् रैन लिखी

जिसका मतलब होता है महान साधुओं का मिलन