औरंगजेब के शासन में मुगल साम्राज्य अपने चरम पर था

लेकिन दिल्ली के सम्राट को महाराष्ट्र में क्यों दफनाया गया?

बीबीसी की रिपोर्ट में इसका जिक्र है

औरंगजेब का मकबरा औरंगाबाद शहर से 25 किलोमीटर दूर स्थित खुल्दाबाद शहर में है

मरने से पहले औरंगजेब ने अपनी कब्र को लेकर आदेश दिए थे

उनका आदेश था कि उनका मकबरा बहुत साधारण होना चाहिए

उनकी वसीयत में उन्हें गुरु सूफ़ी संत सैयद जैनुद्दीन के पास दफनाने का उल्लेख था

वो ख़्वाजा सैयद जैनुद्दीन को अपना पीर मानते हैं

औरंगजेब की मौत साल 1707 में महाराष्ट्र के अहमदनगर में हुई थी

उनके पार्थिव शरीर को वहां से खुल्दाबाद लाया गया था