Mercedes नाम के पीछे है ये खूबसूरत लड़की

Published by: एबीपी ऑटो डेस्क

कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज के शुरू के होने के पीछे की कहानी बड़ी दिलचस्प है

जर्मनी के मैकेनिकल इंजीनियर डाइम्लर ने अपनी पहली लग्जरी कार मोरक्को के सुल्तान को बेची थी

ऑस्ट्रिया के एक कारोबारी एमिल येलिनेक ने डाइम्लर से दो सिलेंडरों और 6 हॉर्सपावर की एक कार खरीदी

येलिनेक ने रेस में हिस्सा लेने वाली अपनी कार का नाम मर्सिडीस रख दिया. असल में यह उनकी बेटी का नाम था

साल 1900 में येलिनेक और डाइम्लर के बीच समझौता हुआ कि वो चार सिलेंडरों वाली कारें मर्सिडीज के नाम से ही बेचेंगे

1901 में ये आधुनिक कार 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम रफ्तार पर चलने में भी सक्षम थी

मर्सिडीज नाम से बिक रही इन कारों ने जर्मनी, ऑस्ट्रिया और फ्रांस में गजब की कामयाबी हासिल की है

1902 में डीएमजी ने अपने ब्रांड का नाम ऑफिशियल तौर पर मर्सिडीज दर्ज कराया और आज ये दुनिया में झंडा बुलंद कर रही है

मर्सिडीज जेलिनेक की 1929 में 39 वर्ष की आयु में हड्डी के कैंसर से मौत हो गई थी