इस मोटरसाइकिल का नाम डेमलर रीटवागन (Daimler Reitwagen) था, जिसका मतलब राइडिंग कार होता है.
यह एक इंटरनल कंबशन इंजन वाली पहली मोटरसाइकिल थी, जिसमें पेट्रोल का इस्तेमाल किया गया था
इस मोटरसाइकिल के दोनों पहिए लकड़ी के बने हुए थे और इसमें मेटल रिम्स थी. इसकी स्पीड 10 किमी प्रति घंटे थी
डिजाइन के हिसाब से यह मोटरसाइकिल आज की नई मोटरसाइकिलों से काफी अलग थी और एक बेसिक बाइक की तरह दिखती थी.
डेमलर और मेबाच के इस आविष्कार को काफी जरूरी बताया जाता है, क्योंकि उन्होंने ही पहली बार दोपहिया गाड़ी में इंजन लगाने का विचार दिया था
गोटलिब डेमलर के बेटे पॉल डेमलर ने इस मोटरसाइकिल की पहली सवारी की थी, जिन्होंने अपना बचपन कोलोन में बिताया
दुनिया की सबसे पहली मोटरसाइकिल को उस समय राइडिंग कार कहा जाता था, और इसे मोटरबाइक का नाम बाद में दिया गया था
इस आविष्कार ने मोटरसाइकिल को आगे बढ़ाने में काफी काफी मदद की, जिससे 20 वीं सदी में नई और बेहतरीन मोटरसाइकिलें बनीं
डेमलर ने 1861 में पेरिस का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने एटिने लेनोइर के बनाए गए पहले Combustion Engine को देखा