लोगों के मन में रक्तदान यानी ब्लड डोनेशन को लेकर कई भ्रांतियां पल रही हैं लोगों डरते हैं कि कहीं ब्लड डोनेशन से शरीर में कमजोरी ना आ जाए जबकि रक्तदान से ना सिर्फ लोगों को जीवनदान मिलता है. बल्कि ब्लड डोनर भी हेल्दी रहता है रेगुलर ब्लड डोनेशन के जरिए कैंसर जैसी घातक बीमारियों का खतरा दूर किया जा सकता है खून दान करने से आयरन की मात्रा बैलेंस रहती है और हार्ट डिजीज अटैक और स्ट्रोक का रिस्क नहीं रहता रक्तदान करने से अनियमित वजन नहीं बढ़ता. कैलोरी बर्न होती है और रेड ब्लड सेल्स लेवल मेंटेन रहता है खून दान करने पर ओवरऑल हेल्थ दुरुस्त रहती है. ये एक काम करके आपको अंदर से खुशी-संतुष्टि मिलती है रक्तदान के जरिए इंसान अपने सामाजिक दायित्व को पूरा कर सकता है एक्सपर्ट की मानें तो एक हेल्दी व्यक्ति हर 3 महीने में अपना रक्तदान दे सकता है इसकी वजह यह है कि 90-120 में ब्लड सेल्स डेड हो जाती हैं और नई सेल्स बनती हैं