हरतालिका तीज कठिन व्रतों में एक है, जो भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया को 18 सितंबर के दिन मनाई जाएगी.

हरतालिका तीज का व्रत महिलाएं पति की लंबी आयु और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं.

इस दिन व्रती महिलाएं भगवान शिव और मां पावती की विधि-विधान से पूजा करती हैं.

हरतालिका तीज व्रत के दौरान महिलाओं को कुछ कामों से बचना चाहिए, वरना व्रत टूट सकता है.

हरतालिका तीज पर सुहागिन महिलाओं को काले रंग के वस्त्र या चूड़ियां नहीं पहननी चाहिए.

व्रत के दौरान क्रोध, घृणा, वाद-विवाद आदि से दूर रहें. इससे व्रत का फल नहीं मिलता.

हरतालिका तीज के दिन किसी भी महिला का अपमान नहीं करना चाहिए.

हरतालिका तीज में व्रती महिलाओं दिन में नहीं सोना चाहिए और रात में जागरण करना चाहिए.

हरतालिकी तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है.
इस दिन कुछ भी खाने-पीने से व्रत टूट सकता है.