भाई दूज एक ऐसा त्योहार है जो भाई-बहन के रिश्ते के महत्व पर जोर देता है रोशनी का त्योहार दिवाली भाई दूज के साथ समाप्त होता है इस विशेष अवसर पर बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है और उसकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती है बदले में, भाई अपनी बहन को प्यार और प्रशंसा के प्रतीक के रूप में एक उपहार देता है भाई दूज का त्योहार कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है भाई दूज का त्यौहार बिहार राज्य में अनोखे तरीके से मनाया जाता है. समारोह की शुरुआत सुबह बहनों द्वारा अपने भाइयों को गाली देने और कोसने से होती है परंपरा के अनुसार बहनें अपने भाईयों को खूब कोसती हैं फिर अपनी जीभ पर कांटा चुभाती हैं फिर अपनी गलती के लिए यम भगवान से माफी मांगती हैं बिहार में भाई दूज पर बहनें पारंपरा के अनुसार बजरी अपने भाई को खिलाती हैं, लोक कथाओं के अनुसार बजरी खिलाने से भाई को ताकत मिलती है