भानगढ़ का किला भारत के सबसे भूतिया स्थानों में से एक माना जाता है

यह किला तभी शायद सबसे बड़ा अनसुलझा रहस्य बना हुआ है

रहस्यमयी होने की वजह से यह जगह कइयों का ध्यान खींचती है

यहां की भूतिया कहानियों के कारण ये एक बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट है

मानना है कि भानगढ़ किला भूतिया है और इसके अनेकों किस्सों की वजह से लाखों लोग यहां घूमने आते हैं

सूर्यास्त के बाद किले में एंट्री नहीं दी जाती क्योंकि इसे पैरानॉर्मल एक्टिविटी का केंद्र माना जाता है

यही वजह है कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने रात को यहां जाना बैन किया है

लोगों की मनपसंद कहानी है लोकप्रिय सम्राट माधो सिंह की जिन्होंने गुरु बालू नाथ की स्वीकृति प्राप्त करने के बाद शहर का निर्माण किया था

वे एक तपस्वी थे जिन्हें ध्यान में रहना बेहद पसंद था

संत ने अपनी स्वीकृति इस शर्त पर दी कि महल की छाया उनके प्रार्थना स्थल पर नहीं पड़नी चाहिए

अगर ऐसा हुआ तो महल तहस-नहस हो जाएगा

जब महल का निर्माण पूरा हुआ, तो उसकी छाया संत के प्रार्थना स्थल पर पड़ गई

भानगढ़ उसी समय तहस नहस हो गया

वैज्ञानिक भानगढ़ की कहानियों को खारिज करते हैं लेकिन गांव के लोग अभी भी इस किले को भूतिया मानते हैं

स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने एक औरत के चिल्लाने चूड़ियां तोड़ने और रोने की आवाजें सुनी हैं

हालांकि यह कहानियां मनगढ़ंत हैं या असल इस बारे में तो कोई कुछ भी नहीं कह सकता