बाबर ने अपनी आत्मकथा बाबरनामा लिखी थी

उसने तुज़ुक-ए-बाबरी को तुर्की भाषा में लिखा था

गुलबदन बेगम ने हुमायूंनामा लिखा

गुलबदन बेगम हुमायूं की सबसे प्रिय बहन थी

अकबर का जीवन अकबरनामा अबुल फजल ने लिखा

अबुल फजल अकबर के नौ रत्नों में से एक था

यह किताब फारसी में लिखी गई थी

जहांगीर ने तुजुके जहांगीरी नामक आत्मकथा लिखी

मिर्ज़ा मुहम्मद काज़िम ने आलमगीरनामा पुस्तक लिखी

इसमें औरंगजेब के शुरुआती 10 वर्ष के शासन का इतिहास है