अनुराग कश्यप का मानना है कि भारत के लोग धर्म के नाम पर मूर्ख बन रहे हैं

उन्होंने कहा कि दुष्टों का आखिरी सहारा धर्म होता है और देश के लोग ये बात समझ नहीं पा रहे

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को अनुराग ने विज्ञापन जैसा बताया

उन्होंने कहा कि जब इंसान के पास कुछ नहीं बचता तो वह धर्म पर आ जाता है

अनुराग ने कहा कि अयोध्या में राम नहीं बल्कि राम लला का मंदिर है लोगों को फर्क नहीं पता

अनुराग कहते हैं उन्होंने धर्म का धंधा वाराणसी में पैदा होने के बाद बहुत पास से देखा है

उन्होंने कहा कि यह कभी राम मंदिर नहीं था यह लला का मंदिर था

अनुराग ने कहा कि निराश लोग रक्षा के लिए मंदिर जाते हैं

अनुराग आगे कहते हैं जैसे वहां कोई बटन हो जिसे दबाकर वे सारी परेशानियां दूर कर लेंगे

अनुराग ने कहा कि जिस तरह से हम लड़ रहे हैं उसका तरीका बदलना चाहिए

उन्होंने कहा कि क्रांति तभी संभव है जब लोग अपने फोन फेंक दें