अध्ययन सुमन हीरामंडी में अपने जोरावर के किरदार से खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं

करीब 15 साल बाद इस सीरीज के जरिए उन्हें पॉपुलैरिटी मिली जिसके वो हकदार हैं

हाल ही में अभिनेता ने नेपोटिज्म को लेकर खुलकर बात की

एक्टर ने कहा भले पिता शेखर सुमन बहुत बड़े एक्टर हैं लेकिन वो नेपोटिज्म का हिस्सा नहीं थे

अध्ययन ने 15 साल इंडस्ट्री में स्ट्रगल किया वो नेपोटिज्म नहीं कहलाता है

एक्टर के पिता ने कभी उनकी मदद नहीं की, कभी काम के लिए किसी को फोन नहीं किया

ऐसा इसलिए क्योंकि शेखर के पिता पनी भूषण प्रसाद ने भी कभी उनकी मदद नहीं की थी

अध्ययन के पिता ने उनसे बाहर जाकर खुद काम ढूंढने को कहा जो एक्टर के अनुसार फेयर है

अभिनेता इसको नेपोटिज्म या स्ट्रगल नहीं मानते, उन्होंने खुद अपना रास्ता बनाया है

अध्ययन का मानना है आज जो हीरामंडी में उनके काम में तारीफ हो रही है ये उनकी मेहनत है